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धनतेरस व्रत कथा / Dhanteras Vrat Katha

धनतेरस व्रत कथा : हिंदी पीडीऍफ़ पुस्तक - धार्मिक | Dhanteras Vrat Katha : Hindi PDF Book - Religious (Dharmik)
पुस्तक का विवरण / Book Details
Book Name धनतेरस व्रत कथा / Dhanteras Vrat Katha
Category, , , ,
Language
Pages 3
Quality Good
Size 72 KB
Download Status Available

पुस्तक का विवरण : कुछ देर बाद एक जगह पर पहुंचकर भगवान विष्णु ने लक्ष्मी जी से कहा कि जब तक में न आऊं तुम यहां ठहरो। मैं दक्षिण दिशा की ओर जा रहा हूं.तुम उधर मत आना। विष्णुजी के जाने पर लक्ष्मी के मन में कोतुहल जागा कि आखिर दक्षिण दिशा में ऐसा कया रहस्य है जो मुझे मना किया गया है और भगवान स्वय॑ चले गए………

Pustak Ka Vivaran : Kuchh Der bad Ek Jagah par Pahunchakar Bhagwan vishnu ne Lakshmi ji se kaha ki jab tak main na Aaun tum yahan thaharo. Main Dakshin disha ki or ja raha hoon,tum udhar mat aana. Vishnu ji ke jane par Lakshmi ke man mein kautuhal jaga ki Aakhir dakshin disha mein aisa kaya Rahasy hai jo mujhe mana kiya gaya hai aur Bhagwan svayan chale gaye……..

Description about eBook : After some time, after reaching a place, Lord Vishnu told Lakshmi ji that you stay here until I come. I am going towards south, don’t you come there. After the departure of Vishnu, Lakshmi’s mind was curious that after all what is such a secret in the south direction which has been forbidden to me and God himself went away…..

“प्रतिकूल परिस्थितियों से कुछ व्यक्ति टूट जाते हैं, जबकि कुछ अन्य व्यक्ति रिकार्ड तोड़ते हैं।” ‐ विलियम ए. वार्ड
“Adversities cause some men to break; others to break records.” ‐ William A. Ward

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हिंदू धर्म में दीपावली पांच दिवसीय पर्व माना जाता है। इस पर्व का आरंभ धनतेरस से होता है। पौराणिक मान्यताओं में धनतेरस के दिन खरीदारी को काफी शुभ माना जाता है।  धनतेरस की दस्तक ही दीपावली के आगमन का सूचक है। अमूमन धनतेरस के दिन सोने और चांदी के बने आभूषण और सिक्के खरीदने की सदियों पुरानी सनातन परंपरा है जो चली आ रही है।  मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन बर्तन,सोना, चांदी और पीतल सहित कई अन्य सामान खरीदने से उसमें तेरह गुना वृद्धि होती है। यही वजह कि धनतेरस पर ज्यादातर घरों में लोग बर्तन, झाड़ू जैसे कई सामानों की खरीदारी करते हैं।

धनतेरस पर झाड़ू खरीदने का महत्व 

ऐसी पौराणिक मान्यता है कि धनतेरस के दिन जिन चीजों की खरीदारी की जाती है वह तेरह गुना और बढ़ जाती है। इस दिन झाड़ू खरीदने की भी परंपरा है जिसे बहुत ही शुभ माना जाता है। धनतेरस के दिन हर घर में एक नई झाड़ू जरूर खरीदना चाहिए। मत्स्य पुराण के अनुसार झाड़ू को मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है। घर में झाड़ू के पैर लग जाए तो इसे भी अशुभ माानते हैं। इसलिए घर में झाड़ू से घर साफ करने के बाद ऐसी जगह रखा जाता है जहां पैर नहीं लगे। क्योंकि झाड़ू का मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है।

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